Petrol diseal price in india: क्या आप तैयार हैं एक बड़ी खबर के लिए? अगर आप भी रोज़ पेट्रोल पंप पर जेब हल्की होने की शिकायत करते हैं, तो ये खबर आपके लिए किसी तोहफे से कम नहीं है। अंदरखाने की जानकारी और विशेषज्ञों की राय मानें तो आने वाले कुछ ही हफ्तों में पेट्रोल और डीजल के दामों में 5 नहीं, 10 नहीं, बल्कि पूरे ₹20 प्रति लीटर तक की गिरावट देखी जा सकती है! हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन संकेत मिल रहे हैं कि सरकार और तेल कंपनियां कुछ बड़ा फैसला ले सकती हैं।
तो क्या 31 मई को ही यह राहत मिलने वाली थी? जनता उम्मीद लगाए बैठी थी कि मई के आखिरी दिन कोई तो राहत मिलेगी, लेकिन हकीकत कुछ और ही रही। सरकारी तेल कंपनियों ने 31 मई 2025 को भी पेट्रोल और डीजल के दामों में कोई बदलाव नहीं किया। लगातार कई दिनों से ईंधन की दरें जस की तस बनी हुई हैं, जिससे लोगों की उम्मीदों पर एक बार फिर पानी फिर गया है।
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में क्यों नहीं हो रहा बदलाव?
पेट्रोल-डीजल के रेट लंबे समय से स्थिर बने हुए हैं, जिससे साफ है कि तेल कंपनियां फिलहाल किसी बड़े उतार-चढ़ाव के मूड में नहीं हैं। मार्च 2024 में आखिरी बार कीमतों में ₹2 प्रति लीटर की कटौती हुई थी। उसके बाद से अब तक कोई नया अपडेट नहीं आया है। ये स्थिरता उपभोक्ताओं के लिए राहत भी है और चिंता भी।
क्या आपकी जेब पर बढ़ रहा है बोझ? तेल के स्थिर रेट का असर जानिए
तेल की कीमतें भले न बढ़ रही हों, लेकिन महंगाई की मार अलग से पड़ रही है। ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट, सब्ज़ी-दूध के दाम, और रोजमर्रा की जरूरतों की चीजें अब भी महंगी हैं। ऐसे में पेट्रोल-डीजल की कीमतें अगर घटतीं, तो आम आदमी को थोड़ी राहत मिलती। लेकिन फिलहाल ऐसा होता नहीं दिख रहा।
जानिए कौन तय करता है पेट्रोल और डीजल के दाम?
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें तीन सरकारी तेल कंपनियां तय करती हैं:
- इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL)
- भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL)
- हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL)
ये कंपनियां अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत, डॉलर के मुकाबले रुपये की स्थिति, टैक्स और अन्य खर्चों को जोड़कर हर दिन कीमत तय करती हैं।
पेट्रोल-डीजल की आखिरी कटौती कब हुई थी? जानकर चौंक जाएंगे
पिछली बार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती 15 मार्च 2024 को हुई थी। तब रेट्स ₹2 प्रति लीटर तक घटाए गए थे। इसे चुनाव से पहले जनता को दी गई राहत के रूप में देखा गया था। लेकिन उसके बाद से अब तक कोई बदलाव नहीं आया है।
आपके शहर में पेट्रोल-डीजल के लेटेस्ट रेट – क्या आप ज्यादा दे रहे हैं?
शहर | पेट्रोल (₹/लीटर) | डीजल (₹/लीटर) |
---|---|---|
दिल्ली | 94.77 | 87.67 |
मुंबई | 103.44 | 89.97 |
कोलकाता | 105.01 | 90.76 |
चेन्नई | 100.85 | 92.44 |
बेंगलुरु | 102.92 | 88.94 |
हैदराबाद | 107.46 | 95.65 |
पटना | 106.11 | 92.43 |
जयपुर | 105.07 | 90.21 |
चंडीगढ़ | 94.30 | 82.40 |
नोएडा | 94.98 | 88.01 |
लखनऊ | 94.69 | 87.86 |
गुरुग्राम | 95.25 | 88.05 |
इन रेट्स से साफ है कि हर शहर में अलग-अलग कीमतें लागू हैं, जिसका मुख्य कारण राज्यों में लगने वाले टैक्स और परिवहन लागत है।
कब तक कम हो सकते हैं पेट्रोल के दाम? एक्सपर्ट्स की राय में क्या है उम्मीद
जानकारों का मानना है कि आने वाले कुछ हफ्तों में अंतरराष्ट्रीय क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट संभव है। अगर डॉलर के मुकाबले रुपया मजबूत होता है और सरकार टैक्स में कटौती का फैसला लेती है, तो जून या जुलाई 2025 में पेट्रोल-डीजल के दामों में ₹5 से लेकर ₹20 प्रति लीटर तक की राहत मिल सकती है। हालांकि, ये पूरी तरह वैश्विक बाज़ार और सरकार की नीति पर निर्भर करता है।
क्या जल्द घटेंगी कीमतें? एक्सपर्ट्स की राय जानिए
फिलहाल कीमतों में बदलाव की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही। जानकारों के मुताबिक जब तक अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में बड़ा बदलाव नहीं होता या सरकार टैक्स स्ट्रक्चर में हस्तक्षेप नहीं करती, तब तक पेट्रोल-डीजल की दरें इसी तरह बनी रहेंगी।
अपने शहर की आज की कीमत चेक करना है? ये दो तरीके अपनाएं
- वेबसाइट से चेक करें: IOCL, BPCL या HPCL की वेबसाइट पर जाकर अपने शहर का रेट पता करें।
- SMS से जानें रेट:
- IOCL ग्राहक:
RSP <स्पेस> <STD कोड>
टाइप कर 9224992249 पर भेजें। - BPCL ग्राहक:
RSP <स्पेस> <शहर कोड>
लिखकर 9223112222 पर भेजें। - HPCL ग्राहक:
HP <स्पेस> <शहर कोड>
भेजें 9222201122 पर।
- IOCL ग्राहक:
निष्कर्ष: जनता को फिर लगी झटका, कब मिलेगी राहत?
31 मई को भी पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं। हालांकि ये बात राहत देती है कि कीमतें नहीं बढ़ीं, लेकिन कटौती की आस लगाए बैठे लोगों को झटका जरूर लगा है। जब तक सरकार या अंतरराष्ट्रीय बाजार में कुछ बड़ा नहीं बदलता, तब तक उपभोक्ताओं को ईंधन की प्लानिंग सोच-समझकर करनी होगी।